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Success Story
註釋वर्ष 2013 तक सुपर 30 की चर्चा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल चुकी थी। नेपाल सीमा के पास रहनेवाला अठारह साल का एक लड़का दो रात की यात्रा करके उस साल सुपर 30 में दाखिला लेने पहुँचा था। उस गरीब परिवार के बच्चे ने अपने बुजुर्ग माता-पिता को भरोसा दिलाया था कि वह सुपर 30 कार्यक्रम में शामिल करने के लिए आनंद कुमार को मना लेगा। स्कूल में उसने गणित में 90 प्रतिशत अंक पाए थे और अगर उसे माता-पिता के साथ खेतों में काम करने के बजाय ठीक से कक्षा में जाने का मौका मिलता तो वह कुछ और ज्यादा अंक ला सकता था। खैर; कोई बात नहीं। अब भी स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं हुई थी। सुपर 30 उसके और उसके परिवार की तकदीर बदल सकता था और उसका सपना उसी तरह से पूरा हो सकता था जिस तरह से उसने पटना तक की यात्रा ट्रेन से पूरी की थी।