इस संकलन 22 में -
अपने अपने कब्रिस्तान - रत्न चंद 'रत्नेश' (प्रथम पुरस्कृत)
निरीह - डॉ. दिनेश पाठक 'शशि' (द्वितीय पुरस्कृत)
लंगड़ू - महेश चंद्र द्विवेदी (तीसरी पुरस्कृत)
रिक्शेवाले - धीरज कुमार श्रीवास्तव (सम्मानित)
विक्रमार्क, बुढ़िया और सराय रोहिल्ला - डॉ हरीश नवल (निर्णायक लघु कथा)