इस कहानी में आपको यह जानने को मिलेगा कि किस प्रकार अभी भी लोग गांव की लड़कियों से विवाह तो कर लेते हैं , उन्हें शहर भी ले जाते लेकिन उन्हें बहु का दर्जा ना दे कर किसी नौकरानी के समान समझा जाता है और किस प्रकार लड़की को अपने ससुराल में संघर्ष करना पड़ता है.
यह पुस्तक का पहला भाग है और इसका दूसरा भाग जल्दी प्रकाशित होगा...,
उम्मीद है मेरे द्वारा लिखी गई यह कहानी आपको पसंद आए !
धन्यवाद
इंद्रजीत सिंह (Indrajeet Singh)