登入
選單
返回
Google圖書搜尋
Pashchatya Aalochak Aur Aalochana
Namwar Singh Edited by Dr. Rajkumar, Udaybhan Dubey, Co-Editor Akanksha Barnwal
出版
Vani Prakashan
, 2022-03-19
主題
Literary Criticism / General
ISBN
935518087X
9789355180872
URL
http://books.google.com.hk/books?id=vhBlEAAAQBAJ&hl=&source=gbs_api
EBook
SAMPLE
註釋
पाश्चात्य आलोचकों और आलोचना सिद्धान्तों पर हिन्दी में स्तरीय पुस्तकें ज़्यादा नहीं हैं। जो पुस्तकें हैं भी, वे पाश्चात्य आलोचना की अवधारणाओं को प्रायः अमूर्त रूप में प्रस्तुत करती हैं। विद्यार्थियों की क्या बिसात है, अच्छे-ख़ासे विद्वान भी उनके निहितार्थों को ठीक से नहीं समझ पाते। ऐसी पुस्तक हिन्दी ही नहीं, अंग्रेज़ी में भी आसानी से नहीं मिलती जो इन अमूर्त अवधारणाओं को उदाहरणों के द्वारा बोधगम्य बनाकर समझा सके। आशा है कि यह पुस्तक इस आवश्यकता की पूर्ति कर पाने में समर्थ हो सकेगी।